Sunday, March 10, 2013

"टकरा कर भी पत्थर से हम टूट ना पाए,
कुछ तो एक ठोकर से ही बिखर जाते हैं. ."

"भूल ना करना डूबने की,
नमी  देखकर आँखों की,
मासूम नहीं अंगार हैं निगाहें,
डूबे तो जलोगे नहीं चटक जाओगे. "
तोड़ जाता है कोई "रजनी ,वादों की डोर को,
कोई वादों की डोर से  ,बंध कर टूट जाता है.

"रजनी नैय्यर मल्होत्रा "