भूलने में मुझे जमाने लग जायेंगे,
चाहो तो आजमा कर देख लो.
आपके घर के हर ईट में बस गयी,
चाहो तो ईंटों से बुलवा कर देख लो.
"रजनी मल्होत्रा नैय्यर"
चाहो तो आजमा कर देख लो.
आपके घर के हर ईट में बस गयी,
चाहो तो ईंटों से बुलवा कर देख लो.
"रजनी मल्होत्रा नैय्यर"
Kitna wishwas hai apne pyar pe...apnee kashish pe! Bahut sundar rachana!
ReplyDeleteउम्दा पंक्तियाँ
ReplyDeleteअथाह प्रेम का प्रकटीकरण
aap dono ko mera hardik naman ........
ReplyDeleteबहुत खूब ...........
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