"परछाइयों से वफ़ा करता है वो,जो साथ ही नहीं, ये बात उसे समझाए कौन,
एक शुकून होगा उसे,मुझे भूल जाने में, पर भूल से अपनी सांसे छुड़ाए कौन."
रजनी नैय्यर मल्होत्रा
Tuesday, October 12, 2010
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मै रजनी मल्होत्रा विवाह के बाद नैय्यर झारखण्ड के बोकारो थर्मल से. मैंने अपनी कलम से कुछ शेर शायरी भी रचे हैं जिनमे हास्य, शेर शायरी भी शामिल हैं ...ये ब्लॉग मेरे द्वारा रचित शेर शायरी से सम्बन्धित है ,मेरे आशा को एक मुकाम मिल जायेगा ,यदि आपसबका स्नेह मिलता रहा.....
bahut khoob... awesome...
ReplyDeletesukriya ji.........
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