वो खुदा है सबके लिए,
सबका है मसीहा,
पर मुझे देने के लिए,
उसके पास खैरात नहीं.
Thursday, July 22, 2010
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
मै रजनी मल्होत्रा विवाह के बाद नैय्यर झारखण्ड के बोकारो थर्मल से. मैंने अपनी कलम से कुछ शेर शायरी भी रचे हैं जिनमे हास्य, शेर शायरी भी शामिल हैं ...ये ब्लॉग मेरे द्वारा रचित शेर शायरी से सम्बन्धित है ,मेरे आशा को एक मुकाम मिल जायेगा ,यदि आपसबका स्नेह मिलता रहा.....
क्या बात है !
ReplyDeleteबहुत बढ़िया.
ReplyDeletehardik sukriya aap dono ko......
ReplyDelete