ना मिल पाए मुराद मनचाही , कुसूर देनेवाले या दामन को देते हैं,
अपनी इबादत में ही कोई कमी होगी, ये तोहमत क्यों ख़ुद पर ना लेते हैं .
Friday, July 8, 2011
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
मै रजनी मल्होत्रा विवाह के बाद नैय्यर झारखण्ड के बोकारो थर्मल से. मैंने अपनी कलम से कुछ शेर शायरी भी रचे हैं जिनमे हास्य, शेर शायरी भी शामिल हैं ...ये ब्लॉग मेरे द्वारा रचित शेर शायरी से सम्बन्धित है ,मेरे आशा को एक मुकाम मिल जायेगा ,यदि आपसबका स्नेह मिलता रहा.....
Waah...Kya baat hai
ReplyDeletebahut khub rajni jee.
ReplyDelete