" इतनी सिद्दत से मांगो उसे ,हर दुआ में कबूल हो ,
इबादत हो ऐसा ,जहाँ इनकार की ना गुंजाइश हो.
" प्यार मांगने से नहीं मिलता किसी को इस जहाँ में,
इस कदर चाहो उसे ,वो ख़ुद तड़प कर मिलने आ जाये. "
****************************************
"नादाँ हैं वो लोग जो कहते हैं मेरा प्यार मुझसे रूठ गया है उससे मिलवा दो ...
यदि आपका प्रेम सच्चा है तो आपके साथी को आपकी कद्र जरुर होगी देर से ही सही, मिलेगा जरुर ".
"रजनी नैय्यर मल्होत्रा"
इबादत हो ऐसा ,जहाँ इनकार की ना गुंजाइश हो.
" प्यार मांगने से नहीं मिलता किसी को इस जहाँ में,
इस कदर चाहो उसे ,वो ख़ुद तड़प कर मिलने आ जाये. "
****************************************
"नादाँ हैं वो लोग जो कहते हैं मेरा प्यार मुझसे रूठ गया है उससे मिलवा दो ...
यदि आपका प्रेम सच्चा है तो आपके साथी को आपकी कद्र जरुर होगी देर से ही सही, मिलेगा जरुर ".
"रजनी नैय्यर मल्होत्रा"
Behad sashakt rachanayen!
ReplyDeletesach kha aapne pyar mangne ki cheez nhin hai , kahte hain na ---
ReplyDeletebin mange moti mile mange mile n bheekh
jb mangne par bheekh nhin milti to pyar-si niyamat kaise milegi
बेहतरीन!!
ReplyDeleteबहुत बेहतरीन| धन्यवाद|
ReplyDeleteखूबसूरत शेर .....
ReplyDeleteaap sabhi ko mera hardik naman .........der se aayi mafi chahti hun
ReplyDeletebahut sundar aur sashakt rachna
ReplyDeleteBahut lajawab ...
ReplyDeletedivya ji ...........
ReplyDeletenaswa ji .............
hareesh ji ............. aap sabhi ko mera hardik aabhar
bahut bahut aabhar aap sabhi ko .............is sneh k liye
ReplyDeleteप्यार मांगने से नहीं मिलता...वाह...सच कहा है आपने...अच्छी रचना...बधाई
ReplyDeleteनीरज
aabhar .............
ReplyDelete